बुलडोज़र न्याय की परिभाषा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बुलडोज़र न्याय को लेकर अपनी राय साझा की है। उन्होंने कहा कि यह एक तकनीक है जिसके माध्यम से अपराधियों को निलंबित किया जाता है। इस बुलडोज़र के पीछे एक सिद्धांत है—’जो जैसे समझेगा, उसी के अनुसार कार्य होगा।’
समाजिक सुरक्षा का पहलू
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि बुलेटिन की तुलना में अपराधियों का दमन करना आवश्यक है। उनका मानना है कि बुलडोज़र का इस्तेमाल सामाजिक सुरक्षा के लिए एक प्रभावी उपाय है। उनका आश्वासन है कि यह कार्रवाई केवल उन लोगों के खिलाफ की जा रही है जो कानून का उल्लंघन कर रहे हैं।
आलोचना और समर्थन
बुलडोज़र न्याय पर कई आलोचनाएँ भी उठाई गई हैं। कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह न्यायिक प्रक्रिया के मूल्यों के खिलाफ है। जबकि सरकार ने इसे एक सख्त विधि के रूप में अपनाया है, कुछ लोगों का मानना है कि इससे एक खौफ का माहौल पैदा होता है। हालांकि, योगी आदित्यनाथ का तर्क है कि यदि यह विधि अपराधियों को नियंत्रित करने में सक्षम है, तो इसे अपनाना उचित है।
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